समस्या समाधान योग्यता परीक्षण (Problem Solving Ability Test)
(1) उद्देश्य (Objective):- Dr. L. N. Dubey द्वारा निर्मित मापनी के माध्यम से प्रयोज्य की समस्या समाधान योग्यता का मापन करना।
(2) परीक्षण परिचय (Introduction):- यह प्रश्नावली Dr. L. N. Dubey द्वारा निर्मित की गई है। इस मापनी में कुल 20 प्रश्न हैं। जिसके लिए कुल समय 20 मिनट हैं। यह प्रश्नावली 14 वर्ष से ऊपर के बालकों पर प्रशासित की जाती है।
समस्या समाधान का अर्थ (Meaning of Problem Solving)
समस्या समाधान किसी लक्ष्य की प्राप्ति में बाधा डालने वाली कठिनाइयों पर विजय पाने की प्रक्रिया है। यह बाधाओं के बावजूद सामंजस्य करने की विधि है। - स्किनर
"समस्या समाधान" का अर्थ होता है- किसी समस्या को हल करना या उसे सुलझाना। जब हमें किसी चुनौती या परेशानी का सामना करना होता है, तो हम समस्या समाधान की तलाश में होते हैं। इसका तात्पर्य है कि हम समस्या के कारणों को समझते हैं, उन्हें विश्लेषण करते हैं और उनका हल ढूंढ़ते हैं ताकि हम समस्या को पूरी तरह से सुलझा सकें।
समस्या समाधान की प्रक्रिया अक्सर समय, ज्ञान, अनुभव और नवीनता की आवश्यकता पर निर्भर करती है। समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न तकनीकी, मानसिक और सामाजिक उपाय हो सकते हैं। यह समाधान व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामुदायिक स्तर पर हो सकता है।
समस्या समाधान का प्रक्रियात्मक चरणों में समावेश हो सकते हैं:
- समस्या की पहचान करना और उसकी समझ करना।
- समस्या के कारणों की तलाश करना और उन्हें संग्रहीत करना।
- विभिन्न समाधान विकल्पों को विचार करना और उनकी व्याख्या करना।
- एक समाधान का चयन करना और उसे कार्यान्वित करना।
- समाधान के परिणामों का मूल्यांकन करना और उनका आकलन करना।
- आवश्यक होने पर समाधान को संशोधित और समायोजित करना।
समस्या समाधान की विधियां (Methods of Problem Solving)
1. प्रयास एवं त्रुटि विधि (Trial & Error Method) – इस विधि का प्रयोग निम्न और उच्च कोटि के प्राणियों द्वारा किया जाता है। इस सम्बन्ध में थार्नडाइक (Thorndike) का बिल्ली पर किया जाने वाला प्रयोग उल्लेखनीय है। बिल्ली अनेक गलतियाँ करके अन्त में पिंजड़े से बाहर निकलना सीख गई।
2. वाक्यात्मक भाषा विधि (Sentence Language Method)- इस विधि का प्रयोग मनुष्य के द्वारा बहुत लम्बे समय से किया जा रहा है। वह पूरे वाक्य बोलकर अपनी अनेक समस्याओं का समाधान करता है और फलस्वरूप प्रगति करता चला आ रहा है। इसलिये, वाक्यात्मक भाषा को सारी सभ्यता का आधार माना जाता है।
3. अनसीखी विधि (Unlearned Method) – इस विधि का प्रयोग निम्न कोटि के प्राणियों द्वारा किया जाता है। उदाहरणार्थ, मधुमक्खियों की भोजन की इच्छा, फूलों का रस चूसने से और खतरे से बचने की इच्छा, शत्रु को डंक मारने से पूरी हो जाती है।
4. वैज्ञानिक विधि (Scientific Method) – आज का प्रगतिशील मानव अपनी समस्या का समाधान करने के लिये वैज्ञानिक विधि का प्रयोग करता है। हम इसका विस्तृत वर्णन कर रहे है।
5. अन्तर्दृष्टि विधि (Insight Method)- इस विधि का प्रयोग उच्च कोटि के प्राणियों द्वारा किया जाता है। इस सम्बन्ध में कोहलर (Kohler) का वनमानुषों पर किया जाने वाला प्रयोग उल्लेखनीय है।
(3) सामग्री (Tools):- Dr. L. N. Dubey द्वारा निर्मित प्रश्नावली, पेपर, पेंसिल, स्टॉपवॉच आदि।
(4) प्रतिदर्श/प्रयोज्य परिचय (Sample):-
प्रयोज्य का नाम:- ABC
पिता का नाम :-. XYZ
लिंग : ................................
आयु: .............................
योग्यता : ..............,...............
संस्था का नाम: ..........................
(5) नियंत्रण (Control) : -
- परीक्षण के दौरान कमरे में प्रकाश की उचित व्यवस्था की गई।
- कमरे का वातावरण शांत रखा गया।
- प्रयोज्य के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य का उचित प्रकार से ध्यान रखा गया।
- बैठने की उचित व्यवस्था की गई।
- ...............
(6) निर्देश (Instructions):- प्रयोज्य को उचित स्थान पर बैठाने के पश्चात् उसके साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार स्थापित किया गया और प्रयोज्य को सामान्य मानसिक स्थिति में लाया गया। उसके बाद परीक्षण से सम्बन्धित निर्देश दिए गए-
1. इस मापनी में कुल २० प्रश्न हैं जिनके लिए समय सीमा २० मिनट है।
2. प्रत्येक समस्या प्रश्न एवं उत्तर विकल्पों को ध्यानपूर्वक पढ़े तथा जो उत्तर विकल्प सही लगे उससे सम्बंधित बॉक्स में एक खाने में सही का निशान लगाना है ।
2. सभी प्रश्नों के उत्तर देना आवश्यक है। जब तक परीक्षण को प्रारंभ करने के लिए नही कहा जाय तब तक किसी भी कथन पर निशान न लगाएं।
3. आपको किसी भी कथन का उत्तर किसी दूसरे व्यक्ति से नही पूछना है।
(7) परीक्षण प्रक्रिया (Test Procedure):-
प्रयोज्य को निर्देश देने के बाद परीक्षण प्रक्रिया आरंभ की गई। इस दौरान प्रयोगकर्ता द्वारा प्रयोज्य का निरीक्षण किया गया। प्रयोज्य इस प्रक्रिया पहले घबराया। फिर प्रयोगकर्ता पुनः उसे निर्देश दिए गए और उसे सामान्य मानसिक स्थिति में लाया गया। प्रयोज्य द्वारा समय पर प्रश्नों के उत्तर दिए गए।
(8) प्रदत संग्रह एवं परिणाम (Data Collection & Result):-
परीक्षण प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद प्रयोगकर्ता द्वारा प्रयोज्य के उत्तरों का अंकन किया गया। सही उत्तर के लिए 1 अंक तथा गलत के लिए 0 अंक दिया गया।
फलांकन तालिका
(9) व्याख्या एवं निष्कर्ष (Discussion and Conclusion):-
इस परीक्षण प्रक्रिया में प्रयोज्य पर Dr. L. N. Dubey द्वारा निर्मित समस्या समाधान योग्यता मापनी को प्रशासित किया गया। इससे यह पता चलता है कि प्रयोज्य का .......................... की विमा ......... है। .................................................
(10) संदर्भ ग्रंथ सूची (Reference):-